मैं सुहागरात के लिए सज धज कर उनका इंतजार कर रही थी वह आए और उन्होंने मुझसे कहा सुनो मैं बहुत थक गया हूं
अगर तुम कहो तो मैं सो जाऊं मैं भी थकी हुई थी इसलिए हम दोनों करवट लेकर सो गए
अगले दिन मेरे पति थकान का बहाना बनाकर फिर सो गए ऐसे ही रोज कोई ना कोई बहाना बनाकर वह मुझसे दूर रहने का प्रयास करते रहे
बात यह नहीं कि वह मुझसे प्यार नहीं करते हैं और मेरी हर जरूरत का ख्याल भी रखते हैं
ऐसे ही लगभग 1 साल तक चला में भी शर्म के कारण कभी आगे से पहल नहीं कर पाई एक दिन मेरी और मेरे पति को लेकर कहासुनी हो गई
मैंने भी गुस्से में कह दिया मैं तो शादी के 1 साल बाद भी पति के लिए तरस रही हूं
मेरी इस बात से उन्हें बहुत दुख हुआ जब मेरा थोड़ा गुस्सा शांत हुआ तो मैंने उन्हें वजह जानने की कोशिश की
उन्होंने कहा कि वह मुझे स्पर्श करके अपवित्र नहीं करना चाहते क्योंकि हम जिसे प्यार करते हैं
उसे हम किसी भी हाल में अपवित्र नहीं कर सकते मैं तुमसे बेहद प्यार करता हूं
और मैंने उन्हें कसर गले लगा कर सहर्ष स्वीकार कर लिया क्या मैंने पति की भावनाओं का सम्मान करके सही किया